. "विक्रमादित्य सिंह और डॉ. अमरीन कौर ने रचाई शादी – हिमाचल के राजघराने में नई शुरुआत" 🎈

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 हिमाचल के युवराज विक्रमदित्य सिंह की शादी की शाही दास्तान 😍

हिमाचल के युवराज विक्रमदित्य सिंह की शादी की शाही दास्तान 😍


हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और सांसद प्रतिभा सिंह के बेटे, युवराज विक्रमदित्य सिंह ने अपनी दुल्हन, राजकुमारी सुदर्शना सिंह के साथ एक भव्य समारोह में शादी के बंधन में बंधकर एक नए अध्याय की शुरुआत की। यह शादी सिर्फ दो परिवारों का मिलन नहीं, बल्कि हिमाचल और राजस्थान की संस्कृति और विरासत का एक शानदार संगम थी।


👑 विक्रमादित्य सिंह का राजनीतिक और पारिवारिक परिचय

विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश की राजनीति का जाना-पहचाना नाम हैं। वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं और शिमला ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक हैं।

वे छह बार के मुख्यमंत्री रहे राजा वीरभद्र सिंह और पूर्व सांसद प्रेरणा कुमारी के पुत्र हैं।

राजनीति में सक्रिय रहते हुए विक्रमादित्य सिंह हमेशा से जनता के बीच लोकप्रिय रहे हैं।

युवाओं के बीच उनकी छवि एक साफ-सुथरे और ज़िम्मेदार नेता की है।

विक्रमदित्य सिंह और उनकी पत्नी 😍
👰 डॉ. अमरीन कौर कौन हैं?

डॉ. अमरीन कौर एक शिक्षित, संस्कारी और प्रोफेशनल महिला हैं।

वे अपने क्षेत्र में एक सफल डॉक्टर के रूप में जानी जाती हैं।

साधारण लेकिन शालीन स्वभाव के कारण वे सभी के दिलों में जगह बनाती हैं।

उनका और विक्रमादित्य सिंह का विवाह दोनों परिवारों के लिए एक शुभ और यादगार अवसर रहा।


💍 विवाह समारोह का विवरण

विवाह का आयोजन शाही अंदाज़ में किया गया।

शादी के मौके पर परिवार के लोग, करीबी रिश्तेदार और राजनीतिक जगत की हस्तियाँ शामिल हुईं।

परंपरागत रीतियों और धार्मिक विधानों के साथ विवाह सम्पन्न हुआ।

इस मौके पर चारों ओर रौनक और खुशियों का माहौल देखने को मिला।

शाही शादी का भव्य समारोह 🎈🍾

यह विवाह समारोह राजस्थान के जयपुर में स्थित, रणथंभौर पैलेस में संपन्न हुआ। शादी का माहौल राजसी और पारंपरिक था। पैलेस को फूलों और रोशनी से दुल्हन की तरह सजाया गया था। इस शादी में दोनों राज्यों की परंपराओं का मिश्रण देखने को मिला। एक ओर पहाड़ी संस्कृति के गीत और लोकनृत्य की झलक दिखी, वहीं दूसरी ओर राजस्थान के पारंपरिक लोकगीत और संगीत ने समां बांध दिया।

शादी के दौरान, विक्रमदित्य सिंह ने हिमाचल की पारंपरिक टोपी और शाही शेरवानी पहनी थी, जो उनकी गरिमा और शान को दर्शा रही थी। वहीं, दुल्हन सुदर्शना सिंह, जो कि राजस्थान के अमरसर राजघराने से हैं, ने डिजाइनर लहंगे में अपनी खूबसूरती बिखेरी। दोनों की जोड़ी किसी राजा-रानी से कम नहीं लग रही थी।

राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों की मौजूदगी

राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों की मौजूदगी


इस शाही शादी में राजनीति, कला और समाज के कई जाने-माने चेहरों ने शिरकत की। हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के कई बड़े नेता, विधायक और उद्योगपति इस समारोह में शामिल हुए। मेहमानों के लिए खास तौर पर हिमाचली धाम और राजस्थानी व्यंजनों का इंतजाम किया गया था, जिसका सभी ने खूब आनंद लिया।

आगे का सफर 🎈

Vikramaditya Singh and har wife marriage photo 😍

शादी के बाद, अब यह नया जोड़ा शिमला में एक भव्य रिसेप्शन की तैयारी कर रहा है। यह रिसेप्शन हिमाचल के लोगों के लिए खास होगा, जहां सभी को इस खुशी में शामिल होने का मौका मिलेगा। विक्रमदित्य और सुदर्शना की शादी सिर्फ एक विवाह समारोह नहीं, बल्कि हिमाचल और राजस्थान की राजसी परंपराओं और संस्कृति का एक भव्य उत्सव थी।


विक्रमदित्य सिंह  की फेसबुक पोस्ट ☑️

आज डॉक्टर अमरीन कौर के साथ जीवन के एक अहम नए अध्याय की शुरुआत करते हुए विवाह के पावन बंधन में प्रवेश कर रहा हूँ, इस शुभ अवसर पर मेरे पूज्य पिता राजा वीरभद्र सिंह जी की अनुपस्थिति हमेशा मेरे मन में रहेगी, उनका आशीर्वाद हर पल मेरे साथ है।


मेरे लिए हिमाचल के 75 लाख लोगों से बढ़कर कोई और परिवार नहीं, जीवन के हर पड़ाव पर आपका प्रेम, सम्मान और सहयोग मेरी सबसे बड़ी शक्ति रहा है। आज जब मैं जीवनसाथी के साथ एक नया सफर शुरू कर रहा हूँ, मैं समस्त हिमाचलवासियों से अपनी खुशियों में भागीदारी की कामना, शुभकामनाएँ और आशीर्वाद चाहता हूँ।

मेरे पूज्य पिता राजा साहेब का आशीर्वाद और उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग हमेशा मेरा मार्गदर्शन करता रहेगा; उनकी विरासत को दिल में संजोकर आगे बढ़ना मेरा संकल्प है। मेरी इस यात्रा में हिमाचल का हर नागरिक मुझे अपने परिवार का सदस्य मानकर प्रेम और दुआ दे, यही मेरी शुभकामना है

शादी के इस पावन अवसर पर हिमाचल की इस बड़ी परिवार से दुआएं, आशीर्वाद और प्रेम की कामना करता हूँ।

✅ निष्कर्ष

विक्रमादित्य सिंह और डॉ. अमरीन कौर का विवाह हिमाचल प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना। यह केवल दो लोगों का मिलन नहीं बल्कि दो संस्कृतियों और परिवारों का संगम था।
जनता से मिले आशीर्वाद और शुभकामनाएँ इस विवाह को और भी यादगार बना देती हैं।


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